आज "जय श्रीराम" कहने या भगवा धारण करने वाला हमारे देश में साम्प्रदायिक हो जाता है यदि नरेन्द्र मोदी टोपी पहनने से मना करते है वे सेक्युलर नहीं है ....भाइयो यदि आप हमे टोपी पहनने की इच्छा रखते है तो तिलक और भगवा धारण करने का साहस आपने अंदर उत्पन्न कीजिए
दोहरे मानदंड अब और नहीं चलेगें| वैसे तो सेकुलरिज्म का शाब्दिक अर्थ पंथनिरपेक्षता है किन्तु राजनैतिक अर्थ "तुष्टिकरण" हो गया है| नेताओ ने मुस्लिमो की बुद्धि भ्रष्ट कर दी है या वे स्वयं भ्रष्टबुद्धि है नेता चाहे जितना भ्रष्ट और चोर हो मुल्ला-टोपी पहनले तो उतने मात्र से वो महान हो जाता है और बन जाते है वोट बैंक| इसी लिये एक हिन्दुवादी गर्व से कहता है मै देश भक्त हूँ चाहे कोई कैसी भी टोपी पहने| ..........जय श्री कृष्ण
December 29, 2011
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.