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Tuesday, October 25, 2011

धर्म का अर्थ - धर्मो रक्षति रक्षितः

मेरे लिए धर्म का अर्थ बहुत व्यापक है मै इसे केवल Religion शब्द का हिन्दी अनुवाद मात्र नहीं मानतीधर्म शब्द के प्रति भ्रम की यह स्थिति क्षद्म सेक्युलरो(pseudo-secular) के द्वारा उत्पन्न की गई है आज के युवाओ को धर्म शब्द का अर्थ अंग्रेजी का शब्दकोश बताता है शायद हम ही अपनी संस्कृति को पूरी तरह नहीं समझ पाए 'धर्म' का जब से 'रिलीजन' में अनुवाद हुआ तब से तो इसका अर्थ यही लगाया जाने लगा कि यह एक विशेष प्रकार की पूजा-आराधना पद्धति में आस्था-विश्वास रखने वाले  तथा एक प्रकार के मार्ग पर यंत्रवत चलने वाला तथा संप्रदाय विशेष है |

धर्म एक संस्कृत शब्द है जिसका आज तक किसी अन्य भाषा में अनुवाद हो ही नहीं पाया। धर्म का अर्थ बहुत व्यापक है  धर्म एक ऐसा आधार है  जिस पर सत्य, त्याग,बुद्धि, विवेक, चरित्र, शील, निष्ठा, सेवा, नैतिकता और कर्तव्यपरायणता आदि जैसे गुण पोषित और विकसित होते हैं धर्म का अर्थ तो इतना व्यापक है कि उसकी सीमा तो इस धरती पर तो है ही नहीं| धर्म के बिना जीवन का कोई अस्तित्व नहीं।

#### तू क्यों पूरब में उगता है? तू क्यों पश्चिम में डूबता है? क्या है मजबूरी तेरी जो इस बंधन में रहता है?तू जग को जीवन देता है, तू जग को किरणें देता है, तू जग को आशा देता है, तू जग को कर्म सिखलाता है क्या ये तेरी मजबूरी है, जो बिना थके बिना रुके, सदियों से चमक रहा गगन में?, या भुगत रहा है कोई अभिशाप? , अगर ये है तेरी सच्ची सेवा, तो तू क्यों नहीं यह मानव को सिखलाता है?( from 'sarapyar.blogspot.com'  by 'vidhya' )####

मै धर्मज्ञ मनु तो नहीं बन सकती लेकिन सरल शब्दों यही धर्म है| कुछ मानव यह इसलिए नहीं सीख पा रहे है क्योकि अधर्मियो ने धर्म को साम्प्रदायिकता नाम कि गाली दे कर अपना नाम सेक्यूलरिज्म (यानि कुकुर पंथ ) रख कर लोगो को भ्रमित कर दिया है

धर्मज्ञ स्वायम्भु मनु के वचन  "धर्मो रक्षति रक्षितः". जो धर्म की रक्षा करता है वह स्वयं रक्षित होता है यह सूत्र हमारे बीच आज ही उत्पन्न नहीं हुआ इसका इतिहास काल गणना तो मै भी नहीं जानती | लेकिन आज तक इस सूत्र से कोई जिहादी या ओपसडेई  उत्पन्न नहीं हुआ| धर्म का एकमेव लक्ष्य ही "सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया" है रिलीजन शब्द से एक ऐसे संकुचित व अपूर्ण भाव का बोध होता है की उसमें धर्म तत्त्व समाहित नहीं होता | विश्व पटल पर रिलीजन केवल मतान्ध लोगो फ़ौज बना रहा है धर्म और religion में धरती और आकाश जैसा अन्तर हैधर्म को religion कहना धर्म का अपमान है धर्म अनन्त है|
 भाइयो आपसे निवेदन है धर्म का अर्थ अपनी संस्कृति और ग्रंथो से सीखिए  Oxford  या Merriam-Webster  Dictionary से नहीं| आप को विश्व विजय करना है तो सहर्ष कीजिये मुझे कोई आपति नहीं है लेकिन अपनी संस्कृति सभ्यताओं और मूल्यों के साथ खिलवाड़ न करे  यथार्थ जाने और उसे आत्मसात करे|( द्वारा वर्षा सिंह चौहान )

धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः ।
तस्माद्धर्मो न हन्तव्यः मानो धर्मो हतोवाधीत् ॥

                 *****धर्मो रक्षति रक्षितः*****.
जो धर्म की रक्षा करता है वह स्वयं रक्षित होता है||
यह मेरे जीवन का सूत्र है
Please do not put side by side with Religion

Monday, October 10, 2011

"राजपूत" और "क्षत्रिय" शब्द का अर्थ

"क्षत्रिय" संस्कृत का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है शासन चलाने वाला।  और "राजपूत" का अर्थ है  "son of a king" यानि राजा का पुत्र | हिन्दू धर्म में क्षत्रिय जाति को सबसे ऊँचा माना जाता है। हिंदू समाज व्यवस्था में क्षत्रियों का काम राष्ट्र की एकता, अखंडता, एवम संप्रभुता की रक्षा का था। क्षत्रिय लोग शस्त्र और शास्त्र  दोनों  में परांगत थे। क्षत्रियों त्याग और बलिदान के कारण आज हमारा देश भारत विश्व पटल पर सीना ताने खड़ा है। भगवान श्री राम और कृष्ण भी क्षत्रिय थे कुछ लोग भगवान श्री कृष्ण को गोप और गोपियों के साथ खेलने के कारण गोपालक वंश का समझते है किन्तु वे एक क्षत्रिय थे|

आज जब मै फेसबुक पर क्षत्रियों  के प्रोफाइल को देखती हूँ तो अधिकतम प्रोफाइल पर  मुझे देखने को मिला  "राजनीति में रूचि नहीं है" या तो Political Views नामक शीर्षक उपलब्ध ही नहीं| कोई सामाजिक गतिविधि भी नहीं है| तो आप "क्षत्रिय" या "राजपूत" किस बात के हुए|  "क्षत्रिय" शब्द का अर्थ है शासन चलाने वाला और आप शासन व्यवस्था में कोई रूचि ही नहीं है आप के लिए मेरी एक सलाह है आप अपनी मजबूरियों को अपना पति यानि (husband) बनाकर अपने नाम के आगे "श्रीमती" लगा लीजिए और चूडियाँ पहन कर घर में बैठ जाइये| क्यों की आप तो वोट भी देने नहीं जाते होगे| आपने तो खुल्ला छोड दिया है इन चोरों, बदमाशो, लूटेरे और भ्रष्टाचारीयो को हमारी भारतमाता को लूटने के लिए| जिस कुल-वंश में जन्म लिया है आप तो उसका भी धर्म नहीं निभा रहे|
केवल व्यवस्थाओ पर रोना बन्द करिए आप पुरुष है समाज ने आपको चूडियाँ नहीं पहनाई हैं आप अपनी जिम्मेदारियों से मुह नहीं छिपा सकते हैं "क्षत्रिय" होना गर्व कि बात है लेकिन जब आप आपने "क्षत्रिय" धर्म को निभायेगे तभी| झूठा क्षत्रियत्त्त्वा  केवल घमंड होता है|  हम नारियों ने चूडियाँ पहन रखी हैं फिर भी हम चट्टानों से टकराने का हौसला रखतीं हैं|

आप स्वयं विकल्प बनिए व्यवस्था को चुनौती दीजिए, लेकिन पूरी सच्चाई, निष्ठा और ईमानदारी से आइये| मित्रों आगे बढिए किन्तु सेक्युलर( कूकुरपंथी ) बन कर नहीं, धर्मपरायण बनकर|  क्यों की धर्मपरायण व्यक्ति शत्ता, शक्ति,  धन, लोभ, तृष्णा को आपने वश में रखता है अपनी शत्ता शक्ति का प्रयोग जनहित में करता है श्वाहित में नहीं, भ्रष्टाचार स्वतः ही समाप्त हो जायेगा|मै सेक्युलर को  कूकुरपंथी क्यों कह रही हूँ फिर कभी विस्तार से बताऊंगी| मै आशा करती हूँ आप अपने "क्षत्रिय" धर्म का सम्मान करेगे और देश राष्ट्र की एकता, अखंडता, एवम संप्रभुता की रक्षा करेगे।

UPA (यूनाइटेड प्रोगेसिव एलाइंस) के प्रोगेसिव सदस्यो की प्रगति

UPA (यूनाइटेड प्रोगेसिव एलाइंस) के प्रोगेसिव सदस्यो ने काफी प्रगति करली है | गुप्त एजेंडा "लूट लो इंडिया" पूरी तरह से सफल हो चूका था सुरेश कलमाड़ी और ए राजा ने जरूरत से ज्यादा प्रोगेस कर ली|  लेकिन 2G, राष्ट्रमंडलखेल जैसे केस के कारण सुप्रीम कोर्ट ने इस एजेन्डे पर रोक लगादी|  महगाई और गरीबी किन कारणों से बढती है कथित अर्थशास्त्री(मै नहीं मानती) मौनमोहन सिंह से बेहतर कौन जनता होगा| लेकिन वे आज भी मौन है| बाबा समर्थकों पर पुलिस का अत्याचार होगा| अन्ना कितने दिन भूखे प्यासे रहेंगे हमारे लिए| बाबा और अन्ना, काग्रेस के दुश्मन न० एक हो गए है भारी जनसमर्थन इनके साथ न होता तो आज हम इन्हें जीवित न सकते|

फेसबुक पर कांग्रेस को कोसनें से कोई लाभ नहीं होगा आज भी कांग्रेस को वोट मिलते हैं, हम तो जानते हें कांग्रेस क्या है किन्तु ग्रामींण क्षेत्रों में हमें जनता को जागरूक करना है| हमें जनजागरण का कार्य करना होगा| लोग अभी इन काग्रेसियों की सचाई से पूरी तरह परिचित नहीं है| राहुल गाँधी के चरित्र से परिचित नहीं है| हमें मिल कर लोगो को जागरूक करना होगा| फेसबुक के द्वारा अपने आसपास के लोगो से जुडिये | अपने FB प्रोफाइल के जरिये इस उद्देश्य हेतु लोगो को आमंत्रित करिए| आप की मित्र सुची में जो लोग आप के आस-पास न हो क्षेत्रवार जुड़ने के लिए प्रेरित करे उनके नाम उन्ही के क्षेत्र के मित्रों को रेफर करे| उन्हे छोटी- छोटी  कक्ष-सभाओ को करने के लिए प्रेरित करे| कक्ष-सभाओ के द्वारा  क्षेत्रीय कार्य योजना का निर्माण करे | छोटे- छोटे किन्तु प्रभावी विडियो प्रेजेंटेशन का निर्माण करिए| जिसमे कोंग्रेस और उनके युवराज के विषय में सरल शब्दों में जानकारी दीजिए| क्यों की चित्रों के जरिये तो बच्चों को भी समझया जा सकता है| इन विडियो प्रेजेंटेशन को इन्टरनेट के माध्यम वितरित करिए| जो विडियो प्रेजेंटेशन के निर्माण की तकनीकी जानकारी नहीं रखते उन्हें भी लाभ होगा| आप कार्य योजना की जानकारी मुझे भी दे मै उन्हें अपने मित्रों को बता कर उनका मार्ग दर्शन कर सकू| आप मुझसे भी संपर्क कर सकते है मै अपने मित्रों को आप को रेफर करूगी|हो सके तो  अपनी कार्य योजना में मुझे भी शामिल करिए मै भी इन्टरनेट के द्वारा आप का पूर्ण सहयोग करूगी|

मित्रों आज देश विदेशीयों के हाथो में जाने से बचाइये देश को और लुटने से बचाइये, क्या आप अपनी माँ को इन देशद्रोहियो से नहीं बचाएगे|
अब हमारे "यूनाइटेड" होने का वक्त आगया है जिससे हम इस देशद्रोहियो  "प्रोगेसिव एलाइंस" ध्वस्त हो जाये |

यदि नारीशक्ति तक भी मेरा यह सन्देश पहुचा हो तो मेरी बहने आप भी सहयोग कीजिये| हम स्त्रियाँ भी अपने देश की रक्षा कर सकती है और जरूरत पड़ जाये तो सड़कों पर आने से भी मत हिचकिचाइए|  आप की सहायता के बिना कुछ नहीं हो सकता|

वन्देमातरम|  ........ भारतमाता की जय|...........

Sunday, October 9, 2011

ब्लॉग का Shri Ganesh

 ॐ श्री गणेशाय नमः । Shri Ganeshaya Namaha
सुमुखश्चैकदंतश्च कपिलो गजकर्णकः ।
लम्बोदरश्च विकटो विघ्ननाशो गणाधिपः ।
धूम्रकेतुर्गणाध्यक्षो भालचन्द्रो गजाननः ।
द्वादशैतानि नामानि यः पठेच्छृणुयादपि ।
विद्यारंभे विवाहे च प्रवेशे निर्गमे तथा ।
संग्रामे संकटे चैव विघ्नस्तस्य न जायते ॥
 
सुमुख , एकदंत  , कपिल , गजकर्णक , लम्बोदर , विकट, विघ्ननाश, गणाधिप , धूम्रकेतु , गणाध्यक्षा , भालचंद्र , गजानन  -
No obstacles will come in the way of one who reads or listens to these 12 names of Lord Ganesha at the beginning of education, at the time of marriage, while entering or exiting anything, during a battle or calamity.