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Saturday, November 19, 2011

The Proud of Great Rebellion of 1857 Lakshmi Bai (Rani of Jhansi)



आज झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई की जन्मदिन(19 November 1835 को जन्मस्थली काशी या वाराणसी)। आप सभी को 'झाँसी की रानी 'लक्ष्मी बाई '' जी की जयंती की शुभकामना|
रानी 'लक्ष्मी बाई राष्ट्रधर्म और मातृधर्म का पूर्ण निष्ठा से पालन किया। मातृभूमि की रक्षा के लिये आपने प्राणों का बलिदान कर दिया झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई को उनके जन्मदिवस पर कोटि कोटि नमन ।
आज का समाचारपत्र देखा, हर पेज पर "लोकतांत्रिक भारत की कलंक" इंदिरागाँधी की फोटो छपी है..किसी भी समाचारपत्र को याद नही आया की आज राष्ट्रगौरव वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई का भी जन्मदिवस है| घोर शर्म का विषय; कब तक गाँधी, नेहरू और उनके वंशज की गुलामी करता रहेगा देश, मिडिया और कुकुरपंथी सम्प्रदाय|

आज मेरे लिये अत्यधिक गर्व, गौरव और असीम प्रशन्नता का क्षण है आप सभी को राष्ट्रगौरव वीरांगना महारानी रानी लक्ष्मी बाई'' जी की जयंती की हार्दिक शुभकामनाऐ ............पवित्र हो गया आज दिन.....
जय वीरांगना लक्ष्मी बाई की..........
वंदेमातरम, भारत माता की जय, जय श्री कृष्ण.......

Lakshmi Bai, the Rani of Jhansi (c.19 November 1835 – 17 June 1858) was the queen of the Maratha-ruled princely state of Jhansi, situated in the northern part of India. She was one of the leading figures of the Indian Rebellion of 1857 and a symbol of resistance to the rule of the British East India Company in the subcontinent.

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